देखो देखो यह गरीबी, यह गरीबी का हाल ( भजन )

🙏 ॥ भजन संग्रह ॥ 🙏




देखो देखो यह गरीबी, यह गरीबी का हाल ( भजन )

देखो देखो यह गरीबी, यह गरीबी का हाल ( भजन )

॥ अंतरा ॥

देखो देखो यह गरीबी, यह गरीबी का हाल,

कृष्ण के दर पे यह विशवास ले के आया हूँ ।

मेरे बचपन का दोस्त हैं मेरा श्याम,

येही सोच कर मैं आस ले कर के आया हूँ ॥

॥ भजन ॥

अरे द्वारपालों कहना से कह दो,

दर पे सुदामा गरीब आ गया है ।

भटकते भटकते ना जाने कहाँ से,

तुम्हारे महल के करीब आ गया है ॥

ना सर पे हैं पगड़ी, ना तन पे हैं जामा

बतादो कन्हिया को नाम है सुदामा ॥

इक बार मोहन से जाकर के कहदो,

मिलने सखा बदनसीब आ गया है ॥

सुनते ही दोड़े चले आये मोहन,

लगाया गले से सुदामा को मोहन ।

हुआ रुकमनी को बहुत ही अचम्भा,

यह मेहमान कैसा अजीब आ गया है ॥

और बराबर पे अपने सुदामा बिठाये,

चरण आंसुओं से श्याम ने धुलाये ।

न घबराओ प्यारे जरा तुम सुदामा,

ख़ुशी का समा तेरे करीब आ गया है ॥